Solaroof Solution

परिचयPerson with Solar

जब बिजली की कीमतें बढ़ती जा रही हैं और अक्षय ऊर्जा की मांग दिन-ब-दिन बढ़ रही है, तो घर-बाहर में “सोलर पैनल लगवाना” अब सिर्फ पर्यावरण हितैषी विकल्प नहीं बल्कि आर्थिक निर्णय भी बन गया है। खासकर राजस्थान जैसे राज्य में जहाँ धूप साल भर मिलती है, सोलर ऊर्जा एक शानदार विकल्प है।

लेकिन, सोलर सिस्टम की शुरुवाती लागत अधिकांश लोगों के लिए बाधा हो सकती है। इसलिए सरकार ने विभिन्न सब्सिडी और प्रोत्साहन योजनाएँ शुरू की हैं। इस ब्लॉग में हम विस्तार से बताएँगे:

  • राजस्थान में कौन‑सी सब्सिडी उपलब्ध हैं

  • उनकी पात्रता (eligibility) क्या है

  • आवेदन प्रक्रिया

  • सावधानियाँ, लाभ और सुझाव

तो आइए शुरू करते हैं।


1. राजस्थान में सोलर सब्सिडी – वर्तमान स्थिति (2025)

1.1 केंद्रीय सरकार की सब्सिडी — PM Surya Ghar: Muft Bijli Yojana / Rooftop Solar Programme Phase II

  • इस कार्यक्रम के अंतर्गत, निवासियों को उनकी छत पर ग्रिड-कनेक्टेड (on-grid) सोलर पायवी सिस्टम लगाने पर Central Financial Assistance (CFA) दी जाती है।

  • सब्सिडी दर इस प्रकार है:
      • 1 kW तक की क्षमता पर: ₹30,000 की सब्सिडी 
      • 2 kW तक: ₹60,000 
      • 3 kW और उससे ऊपर की क्षमता पर: ₹78,000 (फिक्स्ड कैप)

  • यदि सिस्टम 3 kW से ऊपर हो और 10 kW तक हो, तो पहले 3 kW पर 40% सब्सिडी और बचे हुए पर 20% लागू होती है (लेकिन कुल सब्सिडी ₹78,000 तक सीमित है) 10 kW से ऊपर की residential प्रणाली पर सब्सिडी नहीं मिलती आमतौर पर।

1.2 राजस्थान राज्य स्तर की सब्सिडी / सहायता

राज्य सरकार ने केंद्र की सब्सिडी को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए अतिरिक्त सहायता की पहल की है:

  • ऐसी खबरें हैं कि राजस्थान सरकार ₹17,000 की अतिरिक्त सब्सिडी देने की योजना बना रही है उन घरों को जो लगभग 1.1 kW की क्षमता की सोलर प्रणाली लगाने वाले हैं।

  • यह योजना उन उपभोक्ताओं को लक्षित करती है जो प्रति माह 150 यूनिट से कम बिजली उपयोग करते हैं।

  • राज्य में “मुक्यमंत्री निःशुल्क बिजली योजना” (Free electricity scheme) के अंतर्गत भी कुछ छूट या लाभों का प्रस्ताव है, लेकिन इसके भविष्य पर असमंजस है।

  • ऐसा अनुमान है कि राज्य बजट में केंद्र सहायता के अलावा राज्य स्तर की सब्सिडी को बढ़ाने की बात उठी है, उदाहरण स्वरूप 2 kW पैनल के लिए कुल सहायता ₹78,000 तक करने की योजना।


2. सब्सिडी विवरण – क्षमता अनुसार (2025)

नीचे एक सारणी में दिखाया गया है कि विभिन्न क्षमताओं पर सब्सिडी और अनुमानित लागत क्या हो सकती है:

क्षमता (kW) अनुमानित लागत (लगभग) केंद्र सब्सिडी (CFA) राज्य सब्सिडी (यदि लागू) लागत सब्सिडी के बाद (अनुमान)
1 kW ₹50,000 – ₹70,000 ₹30,000 – / छोटा हिस्सा ₹20,000 – ₹40,000
2 kW ₹90,000 – ₹1,40,000 ₹60,000 संभवतः कुछ अतिरिक्त ₹30,000 – ₹80,000
3 kW ₹1,30,000 – ₹2,20,000 ₹78,000 +₹17,000 (यदि पात्र) ~₹1,30,000 – ₹1,22,000 (लगभग)
4 kW ₹1,90,000 – ₹2,70,000 ₹78,000 (राज्य सब्सिडी संभव) ~₹1,11,000 – ₹1,92,000

नोट: ये अनुमान सिर्फ उदाहरण हैं। वास्तविक लागत आपके शहर, उत्पाद की गुणवत्ता, सामग्री, इन्वर्टर, शुल्क, छत की स्थिति, वितरण कंपनी (DISCOM) शुल्क आदि पर निर्भर करेगी।


3. सब्सिडी पाने की पात्रता (Eligibility Criteria)

सब्सिडी प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित शर्तें सामान्यतः लागू होती हैं:

  1. आवेदक भारत का नागरिक हो और उसकी उम्र 18 वर्ष या अधिक हो।

  2. आवेदक की नाम पर वैध बिजली कनेक्शन हो।

  3. छत (rooftop) या अन्य संरचना जिसकी सतह उपयुक्त हो (सूर्य की दिशा, छाया नहीं हो आदि)।

  4. पैनल और मॉड्यूल Made-in-India DCR (Domestic Content Requirement) होने चाहिए।

  5. आवेदक ने पहले कभी सोलर सब्सिडी नहीं ली हो।

  6. प्रणाली grid-connected rooftop solar PV हो, न कि off-grid या purely standalone सिस्टम।

  7. आवेदन समय पर सही दस्तावेज़ों के साथ किया जाए।

  8. स्थानीय DISCOM / निरीक्षक द्वारा निरीक्षण (inspection) पास हो।

  9. नेशनल पोर्टल पर आवेदन किया जाए — जैसे pmsuryaghar.gov.in

Modi ji with solar


4. आवेदन प्रक्रिया (Step-by-Step)

नीचे एक आम प्रक्रिया दी गई है जिसे अधिकांश लोग फॉलो करते हैं:

  1. राष्ट्रीय पोर्टल पर पंजीकरण (Registration):

    • pmsuryaghar.gov.in जैसे पोर्टल पर जाएँ, राज्य और डिस्कॉम चुनें।

    • ग्राहक खाता संख्या, बिजली कनेक्शन विवरण, आधार, पैन आदि दस्तावेज़ जमा करें।

  2. सब्सिडी आवेदन (Subsidy Application):

    • निर्धारित फॉर्म भरें, सिस्टम क्षमता, प्रकार, विक्रेता आदि जानकारी दें।

    • दस्तावेज़ जैसे बिजली बिल, खाता संख्या, पहचान पत्र, छत की फोटो आदि अपलोड करें।

  3. स्वीकृति और विक्रेता चयन (Approval & Vendor Appointment):

    • आवेदन की समीक्षा स्थानीय DISCOM / ऊर्जा विभाग करता है।

    • एक एम्पनेल्ड (Empaneled) सोलर विक्रेता या EPC ठेकेदार से काम करें।

  4. स्थापना (Installation):

    • पूर्व स्वीकृति मिलने के बाद स्थापना करें।

    • नेशनल / राज्य मानकों के अनुसार योजना क्रियान्वित हो।

  5. निरीक्षण (Inspection):

    • DISCOM या अन्य निरीक्षक अपनी टीम भेजकर प्रणाली की जाँच करेगा।

    • Net Metering कनेक्शन सुनिश्चित किया जाएगा।

  6. सब्सिडी जारी (Subsidy Disbursal):

    • सब्सिडी राशि सीधे आपके बैंक खाते में दी जाएगी, बिंदु निरीक्षण और उसके बाद।

    • सुनिश्चित करें बैंक विवरण सही हो।


5. लाभ, चुनौतियाँ और सुझाव

5.1 लाभ (Advantages)

  • बिजली बिल में भारी कटौती — या कभी-कभी शून्य बिल तक।

  • ऊर्जा स्वावलंबन, आउटेज में सहारा।

  • पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव — कार्बन उत्सर्जन कम।

  • घर की रीसेल वैल्यू बढ़ सकती है।

  • सरकार द्वारा आर्थिक प्रोत्साहन मिलने से निवेश का बोझ कम।

5.2 चुनौतियाँ (Challenges)

  • प्रारंभिक लागत और अनुमान से अधिक खर्च की संभावना।

  • सब्सिडी मिलना कभी-कभी देर हो सकती है। उदाहरण के लिए, कुछ लोगों ने बताया कि उन्हें 3–4 महीने तक सब्सिडी राशि नहीं मिली।

  • छत की स्थिति, छाया समस्या, निर्माण गुणवत्ता, विक्रेता विश्वसनीयता आदि।

  • योजना की पाबंदियों और नियमों में बदलाव।

  • “नि:शुल्क बिजली योजना” जैसी राज्य योजनाओं का बदलना, जिससे सोलर uptake पर असर हो सकता है।

5.3 सुझाव (Tips)

  • विक्रेता चुनते समय सावधानी रखें — उनका अनुभव, ग्राहक समीक्षा, वारंटी आदि देखें।

  • डेटाबेस रखें — आवेदन, स्वीकृति, निरीक्षण और सब्सिडी प्रक्रिया से संबंधित सभी दस्तावेज संभाल कर रखें।

  • Local DISCOM / ऊर्जा विभाग से संवाद रखें — समय-समय पर स्थिति पूछते रहें।

  • छत की दिशा, झुकाव, छाया आदि का पूर्व निरीक्षण कर बनावट सही रखें।

  • यदि राज्य सरकार की अतिरिक्त सब्सिडी योजना जारी हो, तो उस जानकारी पर नज़र रखें।

  • सही वित्तीय योजना (EMI, ऋण, निवेश) बनाकर चलें।


निष्कर्ष

2025 में राजस्थान में सोलर पैनल सब्सिडी एक सुनहरा अवसर है उन लोगों के लिए जो बिजली खर्च कम करना चाहते हैं और हरित ऊर्जा को अपनाना चाहते हैं। केंद्र और राज्य दोनों स्तर पर सब्सिडी उपलब्ध हैं, बशर्ते आप पात्र हों और सही प्रक्रिया अपनाएँ।

यदि आप चाहें, तो मैं आपके शहर (उदा. जयपुर, जोधपुर आदि) के हिसाब से एक और विशेष ब्लॉग लिख सकता हूँ, सब्सिडी राशि, इंस्टालेशन लागत आदि डेटा सहित। क्या आप चाहेंगे कि मैं वो तैयार कर दूँ?

📞 संपर्क जानकारी:

नोट: आवेदन प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की सहायता के लिए, आप Solaroof Solutions से संपर्क कर सकते हैं। वे पंजीकरण से लेकर इंस्टालेशन तक सभी प्रक्रियाओं में आपकी मदद करेंगे।

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